एक प्रति बीएलओ अपने पास रखेगा और दूसरी मतदाता को देगा. मतदाता की अनुपस्थिति में परिवार का कोई सदस्य है, तो वह रिश्ते का उल्लेख करते हुए फॉर्म पर हस्ताक्षर कर सकता है.

SIR PROCESS: बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत हो गई है. अब 4 नवंबर से घर-घर बीएलओ पहुंचेंगे. वही 7 दिसंबर 2026 को फाइनल मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी. चुनाव आयोग का कहना हैं कि यह प्रक्रिया पारदर्शी और सरल तरीके से संपन्न की जाएगी.
कैसे होंगी शुरुआत : जानकारी के लिए आपको बता दें बीएलओ प्रत्येक घर जाएंगे, वर्तमान वोटर को फॉर्म देंगे और उनसे दो प्रतियों में भरा हुआ फॉर्म वापस लेंगे. एक प्रति बीएलओ अपने पास रखेगा और दूसरी मतदाता को देगा. मतदाता की अनुपस्थिति में परिवार का कोई सदस्य है, तो वह रिश्ते का उल्लेख करते हुए फॉर्म पर हस्ताक्षर कर सकता है.
क्या होगा पहले चरण में : पहले चरण में जब बीएलओ घर-घर जाएंगे, तो किसी भी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी. केवल एन्यूमरेशन फॉर्म भरकर जमा करना होगा. बाद में, जिनका नाम 2003 की वोटर लिस्ट से लिंक नहीं होगा, उन्हें आयोग की ओर से नोटिस जारी किया जाएगा. नोटिस जारी होने की दशा में घोषित किए गए दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा.
किन दस्तावेजो की होंगी ज़रूरत : जिनका जन्म 1 जुलाई 1987 से पहले हुआ है और 2003 की वोटर लिस्ट में नाम है तो उन्हें 2003 की लिस्ट की फोटोकॉपी देनी होगी. अगर नाम नहीं है, तो दिए गए 11 में से कोई 1 दस्तावेज देना होगा. जिनका जन्म 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2004 के बीच हुआ है, उन्हें अपना एक दस्तावेज या माता-पिता का एक दस्तावेज जमा करना होगा. जिनका जन्म 2 दिसंबर 2004 के बाद हुआ है, उन्हें अपना एक दस्तावेज या माता-पिता का एक दस्तावेज जमा करना होगा.
जाने कुछ महत्वपूर्ण तिथियां
4 नवंबर 2025: घर-घर जाकर एन्यूमरेशन प्रक्रिया की शुरुआत.
9 दिसंबर 2025: ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशित की जाएगी.
9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026: दावा-आपत्ति की अवधि.
31 जनवरी 2026: सभी दावों, आपत्तियों के निस्तारण की अंतिम तिथि.
7 फरवरी 2026: अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी.




