वकीलों को पेशे से जुड़ी प्रतिष्ठा को अपने सिर पर चढ़ने नहीं देना चाहिए. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ युवा वकील अपने वरिष्ठों को बैठने की जगह तक नहीं देते और एक बार एक वकील अदालत में जज…

JUSTICE BR GAVAI : महाराष्ट्र के अमरावती जिले के दर्यापुर कस्बे में एक नए न्यायालय भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में बोले CJI.
क्या कहा CJI ने : कार्यक्रम के दौरान CJI ने कहा कि न्यायिक अवसंरचना समिति के अध्यक्ष के रूप में एक ऐसा मॉडल तैयार कर चुके हैं, जिसके तहत तालुका और ज़िला स्तर पर नए न्यायालयों की स्थापना की जाएगी. उन्होंने कहा कि वे दर्यापुर एक प्रधान न्यायाधीश के रूप में नहीं, बल्कि एक स्थानीय निवासी के रूप में आए हैं.
युवा वकीलो पर बोले CJI : उन्होंने सलाह दी कि करियर की शुरुआत में प्रशिक्षण और अनुभव को प्राथमिकता दें. अगर कोई सोचता है कि बिना अनुभव के कोर्ट में बहस कर के छह महीने में मर्सिडीज या बीएमडब्ल्यू खरीद लेगा, तो पहले उसे अपनी सोच की दिशा समझनी होगी. उन्होंने कहा कि वकीलों को पेशे से जुड़ी प्रतिष्ठा को अपने सिर पर चढ़ने नहीं देना चाहिए. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ युवा वकील अपने वरिष्ठों को बैठने की जगह तक नहीं देते और एक बार एक वकील अदालत में जज की फटकार के बाद बेहोश हो गया था. न्यायाधीश और वकील न्याय दिलाने की प्रक्रिया में समान भागीदार हैं. यह कुर्सी जनता की सेवा के लिए है, न कि शक्ति के प्रदर्शन के लिए, उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा.