इस बयान को कही न कही RSS महासचिव के दिए बयान से जोड़ कर देखा जाने लगा हैं. मेघवाल ने कहा भारतीय संदर्भ में ‘समाजवाद’ का अर्थ कल्याणकारी राज्य है और यह निजी क्षेत्र की वृद्धि में बाधा नहीं डालता. वहीं ‘धर्मनिरपेक्षता’ संविधान की मूल संरचना का हिस्सा है और इसमें संशोधन नहीं किया जा सकता.

ARJUN RAM MEGHWAL : राज्यसभा में बोले अर्जुन राम मेघवाल केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में स्पष्ट किया कि संविधान की प्रस्तावना से ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाने की कोई योजना या प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है.
लिखित प्रश्न का दिया जवाब : मेघवाल ने एक लिखित उत्तर में कहा संविधान की प्रस्तावना से ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों को हटाने के लिए सरकार ने कोई औपचारिक कानूनी या संवैधानिक प्रक्रिया शुरू नहीं की है. कुछ सार्वजनिक या राजनीतिक हलकों में इस पर चर्चाएं या बहसें हो सकती हैं, लेकिन सरकार की ओर से इस संबंध में कोई औपचारिक निर्णय या प्रस्ताव घोषित नहीं किया गया है. इस बयान को कही न कही RSS महासचिव के दिए बयान से जोड़ कर देखा जाने लगा हैं. मेघवाल ने कहा भारतीय संदर्भ में ‘समाजवाद’ का अर्थ कल्याणकारी राज्य है और यह निजी क्षेत्र की वृद्धि में बाधा नहीं डालता. वहीं ‘धर्मनिरपेक्षता’ संविधान की मूल संरचना का हिस्सा है और इसमें संशोधन नहीं किया जा सकता.
क्या कहा था RSS महासचिव ने : उन्होंने ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा बाबा साहेब ने जो संविधान बनाया, उसकी प्रस्तावना में ये शब्द कभी नहीं थे. आपातकाल के दौरान जब मौलिक अधिकार निलंबित कर दिए गए, संसद काम नहीं कर रही थी, न्यायपालिका पंगु हो गई थी, तब ये शब्द जोड़े गए.