ईरान में कई परमाणु केंद्र हैं. इनमें से कई पर इस्त्राइल के हमले हुए हैं. ईरान का इस मामले पर कहना है कि यह कार्यक्रम सिर्फ़ नागरिक उद्देश्यों के लिए है.

OIC : ईरान इस्त्राइल युद्ध पर अब इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) ने रविवार को ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों को लेकर प्रतिक्रिया दी है.
क्या कहा जनरल सेक्रेटरी ने : पूरे मिडिल ईस्ट के तनाव को लेकर ओआईसी जनरल सेक्रेटरिएट ने इस्लामी गणराज्य ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले पर गहरी चिंता जताई है. अमेरिकी हमला इलाक़े के तनाव को ख़तरनाक तरीके से बढ़ा सकता है जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा, शांति और स्थिरता के लिए ख़तरा हो सकता है.
क्या हैं मामला : इस्त्राइल ने ईरान में अलग-अलग जगहों पर हमले किए और कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का केंद्र इनके निशाने पर है. हालांकि की अभी बहुत सी बातो से स्थिति साफ नहीं हो पायी है. इस मामले पर ईरान की मीडिया का कहना है कि रिहायशी इलाक़ों पर भी हमला हुआ. तेहरान के उत्तर-पूर्वी इलाक़ों में भी धमाके सुने गए. हालांकि इस हमले के बाद पूरे मिडिल ईस्ट की स्थिति बहुत नाजुक हो चुकी है. आशंकाये यह जताई जा रही हैं की इस युद्ध के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा हैं.
क्या कहता हैं इस्त्राइल : ईरान में कई परमाणु केंद्र हैं. इनमें से कई पर इस्त्राइल के हमले हुए हैं. ईरान का इस मामले पर कहना है कि यह कार्यक्रम सिर्फ़ नागरिक उद्देश्यों के लिए है. जबकि संयुक्त राष्ट्र की संस्था आईएईए (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) इस दावे से सहमत नहीं है. आईएईए ने औपचारिक रूप से कहा कि ईरान ने परमाणु अप्रसार समझौतों का उल्लंघन किया है. आईएईए ने कहा कि ईरान ने सभी सवालों का जवाब नहीं दिया है और अघोषित संवर्धित यूरेनियम के भंडार के बारे में स्पष्ट जानकारी भी नहीं दी है. जबकि ऐसा पहले भी कई रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने यूरेनियम को 60 प्रतिशत शुद्धता तक संवर्धित कर लिया है, ये हथियार ग्रेड यूरेनियम के बेहद क़रीब है और 9 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त है.
रविवार सुबह अमेरिका का हमला : डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों, फोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान पर हमले किए हैं. हालांकि कि क्षेत्र के हालत अभी भी बहुत नाजुक स्थिति में बने हुए हैं.