इस्त्राइल की तरफ से यह दावा भी किया जा रहा हैं कि ईरान के कई कमांडरों को मार गिराया गया हैं. इसी बीच मीडिया के हवालों से यह भी खबर निकल कर आ रही हैं कि लगातार मिसाइल के हमलो से ईरान ने इस्त्राइल के कई शहरों को तबाह किया हैं.

IRAN VS ISRAEL : इस्त्राइल के ईरान पर हमले के साथ शुरू हुई अब ये जंग धीरे-धीरे विकराल रूप लेती दिखाई दें रही है. अब इस जंग का पूरे मिडिल ईस्ट में बढ़ने का खतरा भी दिखने लगा है. हालांकि अरब के कई देशों के साथ विश्व की ताकतों ने शान्तिपूर्ण मामले को हल करने पर अपने विचार रखे हैं. आपको बताते चले इस्त्राइल ने ईरान में अलग-अलग जगहों पर हमले किए और कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का केंद्र इनके निशाने पर है. हालांकि की अभी बहुत सी बातो से स्थिति साफ नहीं हो पायी है. इस मामले पर ईरान की मीडिया का कहना है कि रिहायशी इलाक़ों पर भी हमला हुआ. तेहरान के उत्तर-पूर्वी इलाक़ों में भी धमाके सुने गए. हालांकि इस हमले के बाद पूरे मिडिल ईस्ट की स्थिति बहुत नाजुक हो चुकी है. आशंकाये यह जताई जा रही हैं की इस युद्ध के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा हैं.
ईरान की जवाबी कार्यवाही : ईरान ने इस्त्राइल के एक बड़े शहर को टारगेट कर दिया हैं, हाइफ़ा नाम का यह शहर इस्त्राइल का एक हाइटेक शरह माना जाता हैं. यहाँ पर ऑयल रिफ़ाइनरी के साथ साथ बड़ी आईटी कंपनी के ऑफिस भी हैं. जिसको ईरान ने टारगेट कर कई तरह का नुकसान पहुंचा दिया हैं. हालांकि मीडिया का कहना हैं कि ईरान ने अपनी मिसाइल से इस्त्राइल के कई शहरों पर लगातार हमला किया हैं. इसी बीच इस्त्राइल की तरफ से यह दावा भी किया जा रहा हैं कि ईरान के कई कमांडरों को मार गिराया गया हैं. इसी बीच मीडिया के हवालों से यह भी खबर निकल कर आ रही हैं कि लगातार मिसाइल के हमलो से ईरान ने इस्त्राइल के कई शहरों को तबाह किया हैं.
क्या अमेरिका भी शामिल होगा इस युद्ध में : ऐसे में अभी भी बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह बना हुआ हैं अमेरिका के लिए वह भी इस युद्ध में शामिल होने की इच्छा रखता हैं या नहीं, लेकिन अभी इस मामले पर स्थिति साफ नहीं हो पायी हैं और न ही अमेरिका ने ही इस बात की पुष्टि की हैं कि वह कब इस युद्ध में शामिल होने वाला हैं.
क्यों अमेरिका के बॉम्बर की चर्चा : असल में B-2 अमेरिका के वे एडवांस बॉम्बर विमान हैं, जो काफी गहराई में मौजूद अंडरग्राउंड टारगेट को भी नष्ट करने की क्षमता रखते हैं. ये विमान 30,000 पाउंड के GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर को ले जाने के लिए डिजाइन हैं. ऐसे इस बात की चर्चा की जाने लगी हैं इस विमान के साथ अमेरिका भी युद्ध में हिस्सा लेने वाला हैं. लेकिन कहना बहुत जल्दबाज़ी होंगी कि यह विमान युद्ध में भाग लेने वाला हैं. अमेरिका की ओर से अभी किसी भी बात की पुष्टि साफ तौर पर नहीं की जा रही कि वह युद्ध में भाग लेने वाला हैं भी या नहीं और अभी इसको लेकर भी स्थिति साफ नहीं हो पायी हैं कि अमेरिका का कोई विमान युद्ध में हिस्सा लेगा या नहीं.
क्या कहता हैं इस्त्राइल : ईरान में कई परमाणु केंद्र हैं. इनमें से कई पर इस्त्राइल के हमले हुए हैं. ईरान का इस मामले पर कहना है कि यह कार्यक्रम सिर्फ़ नागरिक उद्देश्यों के लिए है. जबकि संयुक्त राष्ट्र की संस्था आईएईए (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) इस दावे से सहमत नहीं है. आईएईए ने औपचारिक रूप से कहा कि ईरान ने परमाणु अप्रसार समझौतों का उल्लंघन किया है. आईएईए ने कहा कि ईरान ने सभी सवालों का जवाब नहीं दिया है और अघोषित संवर्धित यूरेनियम के भंडार के बारे में स्पष्ट जानकारी भी नहीं दी है. जबकि ऐसा पहले भी कई रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने यूरेनियम को 60 प्रतिशत शुद्धता तक संवर्धित कर लिया है, ये हथियार ग्रेड यूरेनियम के बेहद क़रीब है और 9 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त है.
वापस होते भारतीय छात्र : पढ़ाई के लिए गए भारतीय छात्र द्वारा भारत लौटने पर भारत सरकार का धन्यवाद दिया और आप बीती सुनाया कई छात्रों का कहना हैं वहां मिसाइल की आवाज़ लगातार आ रही थी और अब खाने पीने के सामान भी महंगे हो चुके हैं, ईरान से सुरक्षित वापस आए यात्रियों में कोई विद्यार्थी तो कोई नौकरी या व्यवसाय के सिलसिले में जाने वाले लोग थे. जिसमे से कुछ लोग तीर्थयात्री भी थे. हालांकि की सभी की सुरक्षित वापसी से देश में ख़ुशी का माहौल हैं.