इस मामले पर ईरान की मीडिया का कहना है कि रिहायशी इलाक़ों पर भी हमला हुआ. तेहरान के उत्तर-पूर्वी इलाक़ों में भी धमाके सुने गए. हालांकि The Editors News किसी भी बात की पुष्टी नहीं करता.

IRAN VS ISRAEL: इस्त्राइल और ईरान में एक बार फिर वार शुरू हो चुका है, इस्त्राइल ने शुक्रवार को ईरान में अलग-अलग जगहों पर हमले किए और कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का केंद्र इनके निशाने पर है. हालांकि की अभी बहुत सी बातो से स्थिति साफ नहीं हो पायी है. इस मामले पर ईरान की मीडिया का कहना है कि रिहायशी इलाक़ों पर भी हमला हुआ. तेहरान के उत्तर-पूर्वी इलाक़ों में भी धमाके सुने गए. हालांकि The Editors News किसी भी बात की पुष्टी नहीं करता.
क्या कहा इस्त्राइली प्रधानमंत्री ने : हालांकि इस हमले के बाद पूरे मिडिल ईस्ट की स्थिति बहुत नाजुक हो चुकी है. इस मामले पर इस्त्राइली पीएम का बयान भी सामने आया है उन्होंने कहा ऑपरेशन राइज़िंग लॉयन नाम से किए गए ये हमले इस्त्राइल के अस्तित्व के लिए ईरानी ख़तरे को रोकने के लिए किया गया एक सैन्य अभियान हैं.
ईरान से सुप्रीम लीडर का बयान भी सामने आया : सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा, “ये हमले इस्त्राइल की ‘दुष्ट प्रवृत्ति’ का सबूत है और इसके साथ इस्त्राइल ने खुद के लिए एक कड़वे भविष्य की तैयारी कर ली है, जोकि उसे ज़रूर मिलेगा.”
आपको बताते चले अभी भी मामले पर बहुत सी रिपोर्ट का आना बाकी है. फिलहाल पूरे मिडिल ईस्ट के हालत बहुत नाजुक बने हुए है. इस्त्राइल और ईरान की सेना को अलर्टमोड पर रखा गया है.
क्या है परमाणु कार्यक्रम जिसको लेकर इस्त्राइल की चिंता : ईरान में कई परमाणु केंद्र हैं. इनमें से कई पर इस्त्राइल के हमले हुए हैं. ईरान का इस मामले पर कहना है कि यह कार्यक्रम सिर्फ़ नागरिक उद्देश्यों के लिए है. जबकि संयुक्त राष्ट्र की संस्था आईएईए (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) इस दावे से सहमत नहीं है. आईएईए ने औपचारिक रूप से कहा कि ईरान ने परमाणु अप्रसार समझौतों का उल्लंघन किया है. आईएईए ने कहा कि ईरान ने सभी सवालों का जवाब नहीं दिया है और अघोषित संवर्धित यूरेनियम के भंडार के बारे में स्पष्ट जानकारी भी नहीं दी है. जबकि ऐसा पहले भी कई रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने यूरेनियम को 60 प्रतिशत शुद्धता तक संवर्धित कर लिया है, ये हथियार ग्रेड यूरेनियम के बेहद क़रीब है और 9 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त है.