मिडिल ईस्ट समेत सटे कई इस्लामिक देशों में खलबली के साथ इस निर्णय के विरोध में भी स्वर उठने लगे है. अरब देशों ने ट्रंप के इस प्रस्ताव को खतरनाक बताया.

USA AND MIDDLE EAST : अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी पर दूसरी बार विराजमान होने के बाद नए नए निर्णय ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए है फिर चाहे नई टैरिफ़ नीति से सम्बंधित फैसला हो या कई महीनों से सुलग रहे मिडिल ईस्ट के ऊपर लिए गए कठोर निर्णय से सम्बंधित फैसला हो.
ट्रम्प के फैसले ने मचाई खलबली : ट्रम्प का कहना है कि गाजा से फलस्तीनियों को निकालकर इस क्षेत्र को अपने नियंत्रण में लेकर वहां का आर्थिक विकास किया जाए और नई बसाहट की जाए, जिसके बाद मिडिल ईस्ट समेत सटे कई इस्लामिक देशों में खलबली के साथ इस निर्णय के विरोध में भी स्वर उठने लगे है. अरब देशों ने ट्रंप के इस प्रस्ताव को खतरनाक बताया.
क्या हैं अरब देशों का रिएक्शन : ऐसे अमेरिका के द्वारा लिए गए इस तरह के एक तरफा निर्णय ने अरब देशों को नए सिरे से सोचने को मज़बूर कर दिया है. ऐसे में अरब के देशों द्वारा स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की योजना एक बार फिर ठन्डे बस्ते में जाने की संभावना नज़र आने लगी हैं, फिलहाल यह देखना अब ज़रूरी हो जाता है कि अलग फिलिस्तीन राष्ट्र पर अपने स्वर रखने वाले देशों की क्या प्रतिक्रिया होंगी.