मालदीव के तनाव भरें रिश्ते और चीन से करीबीयो के बीच भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, “भारत हमेशा नेबर फर्स्ट पॉलिसी पर चलता है. दोनों देशों के रिश्ते आपसी हितों पर टिके हैं.

BHARAT AND MALDIVES : मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत दौरे पर हैं. बता दे गुरुवार को उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की, मालदीव में नई सरकार बनने के बाद से भारत के रिश्ते बड़े तनाव पूर्ण रहे हैं.
बैठक के दौरान जयशंकर ने कहा : मालदीव के तनाव भरें रिश्ते और चीन से करीबीयो के बीच भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, “भारत हमेशा नेबर फर्स्ट पॉलिसी पर चलता है. दोनों देशों के रिश्ते आपसी हितों पर टिके हैं. भारत विकास के मामले में मालदीव को सहयोग करने वाले अहम देशों में शामिल है.”
विदेश मंत्री जयशंकर कहते हैं, “हमारे कई प्रोजेक्ट्स से मालदीव के लोगों को फायदा पहुंचा है. भारत ने कई मौके पर मालदीव को वित्तीय मदद भी दी है.”
संसदीय चुनाव परिणाम पर क्या कहा था मुइज्जू ने : राष्ट्रपति मुइज्जू ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब यह समझेगा कि मालदीव के लोग कहां खड़े हैं, खासकर संप्रभुता और आजादी के मुद्दे पर. मुइज्जू ने यह बयान चुनावों में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद एक कार्यक्रम में दिया था. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा था कि संसदीय चुनाव परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि मालदीव के लोग विदेशी दबाव के बिना अपने भविष्य को चुनने की आजादी चाहते हैं.
आपको बताते चले मालदीव, भारत और चीन दोनों देशों के लिए रणनीतिक रूप से अहम माना जाता हैं. विशेषज्ञओं के अनुसार मुइज्जू की पार्टी की जीत के बाद अब मालदीव में आने वाले 5 साल तक चीन समर्थक सरकार भी बतायी जा रही हैं.