RUSSIA VS UKRAIN and BHARAT: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर नें कहा हैं कि भारत के ऊर्जा अपूर्तिकारों नें यूक्रेन युद्ध के बाद अधिक कीमत पर देने वाले यूरोप को पेट्रोलियम उत्पाद उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी, भारत के पास रूस से तेल खरीदने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा हैं, यह सब बात जयशंकर नें जर्मनी में एक साकक्षत्कार में कही.
माध्यस्थ कि भूमिका: विदेश मंत्री नें साथ ही साथ यह भी अगर संपर्क किया जाता हैं तो भारत रूस और यूक्रेन युद्ध में माध्यस्थ की भूमिका के लिए तैयार हैं और साथ ही साथ यह भी कहा यूरोप को यह समझना चाहिए की रूस के प्रति भारत का नज़रिया यूरोप के दृष्टिकोण जैसा नहीं हो सकता.