वर्ष 2001 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा मिला. इसके बाद वे हरियाणा के एडवोकेट जनरल बने और 9 जनवरी 2004 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए. अक्टूबर 2018 में उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया, जिसके बाद मई 2019 में वे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने.

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य नाययधीश के रूप में केंद्र सरकार ने गुरुवार को मंज़ूरी दे दी है. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सूर्यकांत की भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी गयी है. इस पर देश के कानून मंत्री लिखते हैं, संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने माननीय न्यायमूर्ति सूर्यकांत को भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है, उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.
जाने आने वाले CJI के बारे में : हरियाणा के हिसार में 10 फरवरी 1962 को जन्मे न्यायमूर्ति सूर्यकांत का परिवार एक सामान्य मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से था. उन्होंने 1981 में हिसार के गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से स्नातक और 1984 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने 1984 में हिसार ज़िला अदालत से वकालत की शुरुआत की और एक वर्ष बाद पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस शुरू की. वर्ष 2001 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा मिला. इसके बाद वे हरियाणा के एडवोकेट जनरल बने और 9 जनवरी 2004 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए. अक्टूबर 2018 में उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया, जिसके बाद मई 2019 में वे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने.


