2023 में आईसीसी ने पुतिन को यूक्रेन के साथ जंग के संबंध में युद्ध अपराधों के लिए ज़िम्मेदार मानते हुए अरेस्ट वारंट जारी किया था.लेकिन पुतिन बिना गिरफ्तारी के डर से सऊदी अरब की यात्रा कर सकते हैं.

SAUDI AND AMERICA : अमेरिका के नए सत्ता धारक डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन में जंग ख़त्म करने को लेकर वार्ता करेंगे. पिछले कई सालो से चल रहे इस युद्ध पर लगाम लगाने की ज़ोर आज़माईश ने नई उम्मीदों को जन्म दें दिया है. लेकिन उन्होंने इस युद्ध पर लगाम लगाने के लिए पुतिन से मिलने के लिए सऊदी अरब की जगह फाइनल की है.
सऊदी ने जारी किया बयान : सऊदी अरब ने भी एक बयान जारी किया और कहा कि ट्रंप और पुतिन के बीच फ़ोन कॉल पर हुई बात और “सऊदी अरब में वार्ता होने की संभावना की हम सराहना करते हैं.” हालांकि की यह वार्ता कितनी कारगर होने वाली हैं ये तो समय आने पर पता चलेगा.

क्यों सऊदी अरब : ऐसे में सवाल उठने लगे हैं सऊदी अरब को क्यों चुना जा रहा तो इसे ऐसे समझा जा सकता है कि रूस का किसी भी यूरोपीय देश के मुकाबले सऊदी पर अलग तरह का विश्वास है. 2023 में आईसीसी ने पुतिन को यूक्रेन के साथ जंग के संबंध में युद्ध अपराधों के लिए ज़िम्मेदार मानते हुए अरेस्ट वारंट जारी किया था.लेकिन पुतिन बिना गिरफ्तारी के डर से सऊदी अरब की यात्रा कर सकते हैं. इसलिए रूस की सऊदी में बैठक की रज़ामंदी आसानी से बन सकती हैं.
क्या बनेगी फिलिस्तीन पर बात : हालांकि कि सऊदी कोई पहली बार ऐसी बैठक की मेज़बानी नहीं करने वाला इससे पहले भी वह मध्यस्थ की भूमिका निभा चुका हैं, ऐसे में एक अच्छा मौका भी सऊदी अरब के लिए होने वाला हैं की फिलिस्तीन मुद्दे को भी दोनों देश के सामने रखा जा सकता हैं.