भारत ने सुरक्षा परिषद के सदस्यों की संख्या 15 से बढ़ाकर 25-26 करने की सिफारिश की गई है, साथ ही इसमें छह स्थायी सदस्यों और चार या पांच अस्थायी सदस्यों को शामिल करने की सलाह भारत की ओर से दी गई है.

UNSC And BHARAT: भारत सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए मुखर अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए विस्तृत योजना पेश की है, जानकारी के लिए बताते चले भारत ने जी4 देशों की तरफ से यह योजना संयुक्त राष्ट्र में रखी, इसमें भारत ने कई ऐसे सुधारों की सिफारिश की गई है, जिनको लागू करने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ज्यादा लोकतांत्रिक बन सकेगा.
आपको बताते चले भारत की तरफ से संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ‘इंटरगवर्नमेंटल नेगोसिसएशन ऑन सिक्योरिटी काउंसिल रिफॉर्म’ कार्यक्रम में शामिल हुईं थी, रुचिरा कंबोज ने जी4 के देशों ब्राजील, जर्मनी, जापान, भारत की तरफ से एक प्रस्ताव पेश किया गया है और इस प्रस्ताव की चर्चा जोर शोर से उठने लगी है आपको बताते चले इस प्रस्ताव में सुरक्षा परिषद के सदस्यों की संख्या 15 से बढ़ाकर 25-26 करने की सिफारिश की गई है, साथ ही इसमें छह स्थायी सदस्यों और चार या पांच अस्थायी सदस्यों को शामिल करने की सलाह भारत की ओर से दी गई है. भारत ने सुझाव दिया है कि छह नए स्थायी सदस्यों में से दो अफ्रीकी राज्यों और एशिया प्रशांत के देशों, एक लैटिन अमेरिकी देशों और कैरेबियाई देशों और एक पश्चिमी यूरोपीय देशों और अन्य देशों की तरफ से प्रस्तावित किया जाना चाहिए।
क्या है UNSC: सुरक्षा परिषद की स्थापना 1945 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा की गई थी, यह संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक है, संयुक्त राष्ट्र के अन्य 5 अंगों में शामिल हैं- संयुक्त राष्ट्र महासभा, ट्रस्टीशिप परिषद, आर्थिक और सामाजिक परिषद, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय एवं सचिवालय, यह मुख्य तौर पर अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने हेतु उत्तरदायी है, परिषद का मुख्यालय न्यूयॉर्क में स्थित है, सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं, पाँच स्थायी सदस्य और दो वर्षीय कार्यकाल हेतु चुने गए दस अस्थायी सदस्य.