8 अगस्त, 1992 को वे एक एडवोकेट के रूप में नामांकित हुए थे, यशवंत वर्मा सबसे ज्यादा संवैधानिक, इंडस्ट्रियल विवाद, कॉर्पोरेट, टैक्सेशन, पर्यावरण जैसे केस लड़े हैं.

JUSTICE YASHWANT VERMA: घर पर नोट मिलने के आरोप में चर्चा में आये जस्टिस यशवंत वर्मा को सुप्रीम कोर्ट कॉलिजियम ने इलाहबाद हाई कोर्ट करने के बाद मामला तूल पकड़ता दिख रहा हैं. 14 मार्च को जज यशवंत वर्मा के घर में एक आग लगी थी. जब फायर ब्रिगेड की टीम बुलाया गया, तब उनके घर पर भारी मात्रा में कैश मिला.
कौन हैं जस्टिस यशवंत वर्मा : यशवंत वर्मा का जन्म 6 जनवरी, 1969 को इलाहाबाद में हुआ था. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से बी.कॉम ऑनर्स की डिग्री ली थी, इसके बाद रीवा विश्वविद्यालय से उन्होंने लॉ में ही अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. 8 अगस्त, 1992 को वे एक एडवोकेट के रूप में नामांकित हुए थे, यशवंत वर्मा सबसे ज्यादा संवैधानिक, इंडस्ट्रियल विवाद, कॉर्पोरेट, टैक्सेशन, पर्यावरण जैसे केस लड़े हैं. लंबे समय तक वे इलाहाबाद हाई कोर्ट के विशेष वकील के रूप में भी काम कर चुके हैं. सन 2016 को इन्हे परमानेंट जज के रूप में नियुक्त किया गया, 2021 में इनका ट्रांसफर दिल्ली हाई कोर्ट हुआ.