सरकार का ध्यान लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की ओर है, जिससे चुनावों में होने वाले वित्तीय खर्चे में कटौती की जा सके.

ONE NATION ONE ELECTION: वन नेशन वन इलेक्शन पर बनी संयुक्त संसदीय समिति के काल का विस्तार हो चुका है. लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं के चुनावों को साथ कराये जाने पर बनी संयुक्त संसदीय समिति के कार्यकाल को विस्तार दे दिया गया है.
समिति का गठन : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व विधि राज्यमंत्री पीपी चौधरी के नेतृत्व में 39 सदस्यीय समिति का गठन किया है.
सरकार अब देशभर में वर्ष 2029 तक एक साथ चुनाव कराने का लक्ष्य रखती है. सरकार का मानना है कि एक साथ चुनाव कराने से समय और संसाधन दोनों की बचत होगी.
क्या है वन नेशन वन इलेक्शन : इसका मतलब है एक समय पर पूरे देश भर में एक साथ लोकसभा और विधान सभा चुनाव संपन्न करवाए जाए, जानकारी के लिए आपको बता दे देश मे विधानसभा व लोकसभा चुनाव अलग- अलग होते है.
क्या है उद्देश्य : ऐसे मे सरकार का ध्यान लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की ओर है, जिससे चुनावों में होने वाले वित्तीय खर्चे में कटौती की जा सके.
मतदाता पहले भी कर चुके है वोट : जानकारी के लिए बता दें देश में मतदाताओं ने साल 1952, 1957, 1962 और 1967 में केंद्र और राज्यों के लिए एक साथ मतदान किया.