न्यायपालिका में भागीदारी को लेकर उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है. जिला न्यायपालिका , जो हमारे देश की सबसे निचली अदालत है, वहां महिलाओं की भागीदारी 50 फीसदी से अधिक है.

DY CHANDRACHUD : भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश अपने ऑर्डर्स को लेकर तो चर्चा में रहते ही थे, लेकिन इस बार वह अपनी प्रतिक्रिया को लेकर चर्चा में हैं, आपको बता दे एक प्रोग्राम में उन्होंने कई सवालों से पर्दा उठाया.
सुप्रीम कोर्ट के जज व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा के लिए : आपको बता दे उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज हमेशा व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हैं. कोर्ट के जजों की कोशिश होती है कि उनके फैसलों से न्यायपालिका पर लोगों का विश्वास बढ़े.
न्यायपालिका में बढ़ी महिलाओं की संख्या : महिलाओं की न्यायपालिका में भागीदारी को लेकर उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है. जिला न्यायपालिका , जो हमारे देश की सबसे निचली अदालत है, वहां महिलाओं की भागीदारी 50 फीसदी से अधिक है. वहीं, देश के कई ऐसे राज्य हैं, जहां की निचली अदालत में महिलाओं की भर्ती 60 से 70 प्रतिशत है.