भारत नें अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स परफॉर्मेंस इंडेक्स में अपनी रैंकिंग बेहतर करने के लिए विश्व बैंक के समक्ष अपना पक्ष रखा.

WORLD BANK AND BHARAT : भारत नें विश्व बैंक के सामने रखा अपना पक्ष रखा बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स परफॉर्मेंस इंडेक्स में अपनी रैंकिंग बेहतर करने के लिए विश्व बैंक के समक्ष अपना पक्ष रखा है. भारत ने अपना दर्जा बेहतर बनाने के लिए बहुपक्षीय ऋणदाता के समक्ष अपने कई सुधारों का हवाला दिया है.
क्या है रैंकिंग : अभी 139 देशों की एलपीआई में भारत का स्थान 38वां है, इस 38वें पायदान पर भारत के साथ ही पुर्तगाल, सऊदी अरब, टर्की और लिथुआनिया भी हैं. आपको बताते चले केंद्र सरकार पहले यह सूचकांक तैयार करने के तरीके पर अपना विरोध जता चुकी है.
क्या है एलपीआई : एलपीआई कारोबारी सुगमता से जुड़ा एक प्रमुख सूचकांक है, यह विश्व बैंक समूह द्वारा विकसित एक इंटरैक्टिव बेंचमार्किंग टूल है, यह किसी भी देश के व्यापार लॉजिस्टिक के प्रदर्शन में आने वाली चुनौतियों और अवसरों की पहचान करने में मदद करता है और साथ ही साथ यह विश्वसनीय आपूर्ति शृंखला कड़ियों और इसे सक्षम करने वाले मूलभूत घटकों को स्थापित करने की सुलभता का आकलन करता है. इसका आकलन 6 कारकों के आधार पर किया जाता है, जिसमें शामिल हैं -सीमा शुल्क प्रदर्शन, आधारभूत संरचना की गुणवत्ता, शिपमेंट की सुलभ व्यवस्था, लॉजिस्टिक सेवाओं की गुणवत्ता, प्रेषित वस्तु की ट्रैकिंग और अनुरेखण, शिपमेंट की समयबद्धता.