भारतीय तेल कंपनियां लगभग एक साल में अमेरिका से सबसे ज्यादा कच्चा तेल खरीदेने की राह पर है, रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करने से रूस के साथ व्यापार हुआ प्रभावित.
BHARAT AND CRUID OIL: समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि भारतीय तेल कंपनियां लगभग एक साल में अमेरिका से सबसे ज्यादा कच्चा तेल खरीदेने की राह पर है, रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करने से रूस के साथ व्यापार प्रभावित हुआ और तेल कंपनियों को सप्लाई के लिए अन्य विकल्प तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा.
क्या कहा गया रिपोर्ट में : रिपोर्ट में कहा गया कि सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने टॉप प्राइवेट रिफाइनर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ मिलकर इस महीने अब तक अप्रैल में लोड होने वाले अमेरिकी कच्चे तेल की लगभग 7 मिलियन बैरल खरीदी है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में व्यापारियों के हवाले से कहा गया कि इस महीने अधिकांश अमेरिकी कच्चा तेल वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट मिडलैंड से खरीदा गया और इसकी डिलिवरी लागत मिडिल ईस्ट के बैरल से ज्यादा है. प्रतिंबंधों के कारण रूस का सोकोल ऑयल जिसकी तुलना वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट मिडलैंड से की जाती है, सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है.
आपको बताते चले ज़ब से रूस और यूक्रेन युद्ध चल रहा हैं, तब अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण रूस को कच्चा तेल निर्यात करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं, इससे भारत में भी कच्चे तेल के दाम प्रभावित हुए हैं, प्रतिबंधों के कारण भारत को अन्य विकल्प भी तलाशने पड़े हैं.