USA से लेकर तुर्की, फ्रांस अधिकतर देश अब हवाई लड़ाई पर ज्यादा विश्वास जताने लगे हैं और नए नए तकनीक भरे ड्रोन का विकास भी करने लगे हैं, आज हम कुछ ताकतवर ड्रोन्स के बारे मे चर्चा करने वाले है.

DRONE REPORT : ज़मीनी लड़ाई से अब हवाई लड़ाई काफी आसान बनती जा रही हैं, अब अधिकतर युद्ध टेक्नोलॉजी के बेस्ड पर लड़े जा रहे हैं यानी जो देश टेक्नोलॉजी पर कमान कर लेगा वही देश दुनियां पर राज करेगा, फिलहाल USA से लेकर तुर्की, फ्रांस अधिकतर देश अब हवाई लड़ाई पर ज्यादा विश्वास जताने लगे हैं और नए नए तकनीक भरे ड्रोन का विकास भी करने लगे हैं, आज हम कुछ ताकतवर ड्रोन्स के बारे मे चर्चा करने वाले है.
बोइंग एमक्यू-28 घोस्ट बैटबोइंग एमक्यू-28 घोस्ट बैट को बोइंग ऑस्ट्रेलिया ने विकसित किया है. जो कि एक बहुत समझदार ड्रोन के रूप मे जाना जाता हैं. यह एक यूसीएवी है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का भी इस्तेमाल किया गया है.
एमक्यू-9 रीपरजनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9 रीपर एमक्यू-9 रीपर की 300 से अधिक यूनिट का निर्माण किया जा चुका है. रीपर दुनिया का सबसे लोकप्रिय मिलिट्री ड्रोन भी है. भारत की भी इस ड्रोन पर. लगातार नज़र रही है.
चेंगदू जीजे-2 चीन का शक्तिशाली ड्रोन है. इसे कई देशों ने खरीद रखा हैं. इसे, संयुक्त अरब अमीरात, पाकिस्तान और मिस्र जैसे कई देशों ने खरीदा है. यह ड्रोन 480 किलोग्राम (किलो) तक लेजर गाइडेड बम और मिसाइल ले जा सकता है.
बीएई सिस्टम्स तारानिस इसे दुनिया का सबसे शक्तिसाली और स्टील्थ तकनीक से लैस ड्रोन माना जाता है. डसॉल्ट न्यूरॉनब्रिटिश डिफेंस कंपनी बीएई सिस्टम्स ने फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन के नेतृत्व में यूरोपीय निर्माताओं की साझेदारी में तारानिस / डसॉल्ट न्यूरॉन नाम के ड्रोन को विकसित किया है.
क्रैटोस XQ-58A वाल्कीरीक्रैटोस XQ-58 वाल्कीरी एक एक्सपेरिमेंटल ड्रोन है. इसे अमेरिकी वायु सेना की रिसर्च लेबोरेटरी ने लो कॉस्ट एट्रिटेबल के तहत विकसि किया गया है. यह ड्रोन भी आर्टिशिफियल इंटेलीजेंस से लैस है. इसे हर तरह के युद्ध के लिए तैयार किया गया है.