आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक नागपुर में आयोजित हुई, जिसमें मध्य क्षेत्र व मालवा प्रांत को लेकर बड़े फैसले लिए गए है. मध्य क्षेत्र के प्रचारक के रूप में बड़ी जिम्मेदारी जिम्मेदारी संभाल रहे दीपक विस्पुते को अखिल भारतीय सह बौदि्धक का प्रमुख बनाया गया है.

RSS: आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक नागपुर में आयोजित हुई, जिसमें मध्य क्षेत्र व मालवा प्रांत को लेकर बड़े फैसले लिए गए है. मध्य क्षेत्र के प्रचारक के रूप में बड़ी जिम्मेदारी जिम्मेदारी संभाल रहे दीपक विस्पुते को अखिल भारतीय सह बौदि्धक का प्रमुख बनाया गया है. आपको बताते चले दीपक विस्पुते के कार्यकाल में मध्य क्षेत्र में संघ को काफी मज़बूती प्रदान हुई थी.
क्या हुए बदलाव : आपको बताते चले आरएसएस के स्वप्निल कुलकर्णी मध्य क्षेत्र के नए क्षेत्रक प्रचारक बने है, राजमोहन मालवा प्रांत के नए प्रांत प्रचारक बनाये गए हैं, बलिराम को अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव प्रमुख बनाया गया है. विमल गुप्ता अब मध्य भारत प्रांत के नए प्रांत प्रचारक बने है. इसी के साथ अब वर्तमान में मालवा प्रांत के प्रांत प्रचार प्रमुख विनय दीक्षित, अब प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक बनाए गए है.
क्या हैं RSS : 1925 में गठित आरएसएस के देश भर में 1 करोड़ से ज्यादा सदस्य हैं बताये जाते हैं, संघ का अपना संविधान हैं, जिसके मुताबिक वह काम करता है, यह संविधान 1949 में बनाया गया था. इस संविधान में कुल 25 अनुच्छेद हैं, जिसके हिसाब से संघ अपने कामकाज को संचलित करता है.
कैसे बना RSS : 1925 में केशव बलिराम हेडगवार ने प्रथम विश्व युद्ध में बनी यूरोपियन राइट-विंग की तरह एक संगठन की स्थापना की और इसका नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रखा, आपको बताते चले संघ के संविधान के मुताबिक यह संगठन हिंदुओं को एकजुट करेगा और एक उन्नत राष्ट्र बनाने के लिए काम करेगा. आपको बताते चले कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक का मुख्य काम हिंदुओं को संगठित करना और उसके जीवनशैली में सुधार लाना है. इसके लिए संघ में शाखा की स्थापना की गई है. शाखा संघ का सबसे निचले स्तर की इकाई हैं, जिसके जरिए लोगों से सीधे तौर पर संपर्क साधा जाता है.