ईरान को एक बार फिर अमेरिका और उसके सहयोगी देश की चेवतावनी का सामना करना पड़ रहा हैं, आपको बताते चले कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने शुक्रवार को ईरान को एक बार फिर कड़ी चेतावनी दी.

RUSSIA AND UKRAIN: ईरान को एक बार फिर अमेरिका और उसके सहयोगी देश की चेवतावनी का सामना करना पड़ रहा हैं, आपको बताते चले कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने शुक्रवार को ईरान को एक बार फिर कड़ी चेतावनी दी हैं.
क्या कहा USA ने : अमेरिका की तरफ से बयान आया हैं कि अगर तेहरान यूक्रेन के साथ युद्ध के लिए रूस को बैलिस्टिक मिसाइलें देने की योजना पर आगे बढ़ता है, तो प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले पश्चिमी देश उस पर नए प्रतिबंध लगा सकते हैं.
सूत्र से मिली जानकारी : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, सात देशों का एक समूह ईरान को रूस के लिए उड़ान भरने से रोकने के लिए कदम उठाने पर विचार कर रहा है. जी-7 समूह के नेताओं ने एक बयान में कहा, अगर ईरान बैलिस्टिक मिसाइल या उससे जुड़ी तकनीक रूस को मुहैया कराता है, तो हम तेजी से मिलकर जवाब देने के लिए तैयार हैं, जिसमें ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाना शामिल है.
रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह : जानकारों के अनुसार इस युद्ध की वजह केवल नाटो ही है और कुछ जानकारों का मानना हैं कि यह वर्ल्ड गुरु बनने की लड़ाई हैं, एक तरफ लगता है कि जहां पश्चिमी देश यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाने का प्रयास करते दिख रहे हैं, जिससे यूक्रेन को यह फैसला लेने का हक मिल सके कि वह नाटो में शामिल होना चाहता है या नहीं, तो रूस नाटो का उसकी सीमा तक विस्तार खतरे के रूप में देखता है.