लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के एक साथ चुनाव के मुद्दे को लेकर बनी पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने आज ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को सौप दी हैं.
एक देश एक चुनाव : लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के एक साथ चुनाव के मुद्दे को लेकर बनी पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने आज ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को सौप दी हैं. एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले एक राष्ट्र एक चुनाव का मुद्दा एक चर्चा का विषय बना हुआ हैं.
समिति : पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई वाली समिति ने राष्ट्रपति भवन में द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की हैं, जानकारी के अनुसार इस दौरान समित ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी हैं, बताया जा रहा हैं कि रिपोर्ट 18,626 पन्नों की है.
कब हुए एक साथ चुनाव : जानकारी के लिए बताते चले कि देश में 1952, 1957, 1962, 1967 में एक साथ लोकसभा और विधानसभा के चुनाव हुए हैं. अब तक इस व्यवस्था के तहत चार बार एक साथ चुनाव हुए, जिसमें भारतीय राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव एक साथ होते थे. इसी के साथ 1968-1969 के बीच कुछ राज्यों की विधानसभा भंग हो गई, जिससे एक साथ चुनाव कराने का सिलसिला टूट गया और 1971 में भी समय से पहले लोकसभा चुनाव कराए गए.