Hinsak Bacche: धीरे धीरे कम उम्र के बच्चो में हिंसा की प्रवृत्ति देखी जा रही हैं, कभी अपने से बड़ो पर हिंसक होना व कभी अपने शिक्षकों पर हमला कर देना अभी हालही में एक घटना घटी UP के नोएडा में दो बच्चो ने अपने टीचर पर गोली दाग़ दी, शिक्षक की जान तो बच गयी, वरना बाद में कहा जाता जरूर बच्चो का मकसद शिक्षक की जान लेना था, पर सवाल ये उठ रहा हैं इतने से बच्चे कैसे हिंसक की प्रवृत्तिको जन्म दे रहे हैं, इससे ना सिर्फ बच्चो की ज़िन्दगी बर्बाद हो रही हैं माता पिता के ऊपर लांछन के साथ समाज में भी डर जैसा माहौल बढ़ रहा हैं.
सवाल यह हैं की बच्चे के पास बन्दूक कहा से आयी: जरूर बच्चे भी समाज में ऐसी जगह उठना बैठना होगा जहाँ पर बन्दूक जैसे हथियार का पाना आसान हैं.
ऑनलाइन गेम्स: आजकल ऑनलाइन गेम्स का चलन बड़ी तेज़ी के साथ बच्चो में बढ़ रहा हैं, जिसमे बन्दूक जैसे हथियार के साथ एक दूसरे को हराने की प्रवृत्ति भी तेज़ी के साथ बढ़ रही हैं, गेम्स के माध्यम से हथियारो से एक दूसरे को मरना कमजोर करना या अपने आपको मज़बूत दिखाना जैसे खेल समाज में बच्चो के लिए अभिशाप बन गए हैं.
अभिभावक को क्या करना चाहिए? अभिभावक को बच्चे के मोबाइल पर टाइमलिमिटेशन लगाना चाहिए, समय समय पर बच्चो को देखना चाहिए क्या कर रहे हैं, बच्चो का ध्यान फिजिकल खेल की तरफ बढ़ाना चाहिए, संगीत नाटक की तरफ धयान दिलाना चाहिए.