C. Rangarajan : भारत को 1947 तक विकसित देश बनाने के लिए 7-8 % की वृद्धि जरूरी हैं, उनका कहना हैं की असमानता और गरीबी को कम करने के लिए नवाचार एक मात्र उपाए नहीं हैं, तेज़ वृद्धि के अलावा देश को नकदी, न्यूनतम आय जैसी सब्सिडी के रूप मे सामाजिक सुरक्षा जाल की भी जरूरत हो सकती हैं.
उन्होंने कहा विकसित अर्थवयवस्था की परिभाषा के अनुसार प्रतिव्यक्ति आय 13000 अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक होनी चाहिए, भारत की प्रतिव्यक्ति आय इस समय 2700 अमेरिकी डॉलर हैं यानी प्रतिव्यक्ति आय बढ़ाकर 5 गुना करनी होंगी.