अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस्त्राइल को ईरान की संप्रभुता का सम्मान करने के लिए बाध्य करे व सऊदी अरब ईरान पर इस्त्राइल के किसी भी हमले की कोशिश को ख़ारिज करता है.
SAUDI ARAB AND ISLAMIC COUNTRIES: इस बार अरब-इस्लामिक देशों के सम्मेलन काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि अब चर्चा इस्त्राइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को रुकवाने के लिए इस्लामिक देशों की बैठक सऊदी अरब में शुरू हो चुकी है.
बैठक में क्या हुआ : इस बैठक में ग़ज़ा में इस्त्राइली हमले को ‘जनसंहार’ क़रार दिया और स्वतंत्र फ़लस्तीन राष्ट्र की स्थापना की मांग की गयी है. यह बैठक सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हो रही हैं और जानकारी के मुताबिक सभी बड़े लीडर्स यहाँ पर उपस्थित हैं. इस सम्मेलन में फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप्प अर्दोआन समेत 50 से अधिक देशों के नेताओं ने हिस्सा लिया.
इस्त्राइल को लेकर बोले प्रिन्स : प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सोमवार को कहा कि उनका देश एक बार फिर इसराइल की ओर से फ़लस्तीनियों के जनसंहार की निंदा करता है. इस्त्राइल को इसे तुरंत रोकना चाहिए. इस मौके पर सऊदी प्रिंस ने ईरान को लेकर भी अपनी बात कही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस्त्राइल को ईरान की संप्रभुता का सम्मान करने के लिए बाध्य करे व सऊदी अरब ईरान पर इस्त्राइल के किसी भी हमले की कोशिश को ख़ारिज करता है.
क्या बनेगा अमेरिका पर दबाव : ऐसे में विशेषज्ञयों का मानना है कि इस्लामिक देश अब अमेरिका में हुए सरकार के परिवर्तन का पूरा फ़ायदा उठाना चाहता है, ट्रंप की जीत के ठीक बाद आयोजित ये सम्मेलन गज़ा और लेबनान में इसराइल की कार्रवाई रोकने के लिए दबाव बनाने की रणनीति है.