रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई, यह आपात बैठक ईरान के इस्राइल पर हमले के बाद बुलाई गयी, जानकारी के अनुसार इस बैठक में ईरान के राजनयिक भी शामिल हुए.

IRAN VS ISRAEL: रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई, यह आपात बैठक ईरान के इस्राइल पर हमले के बाद बुलाई गयी, जानकारी के अनुसार इस बैठक में ईरान के राजनयिक भी शामिल हुए. आपको बताते चले इस आपात बैठक में ईरान के राजनयिक ने हमले के बाद बचाव करते हुए सफाई दी कि उनके पास कोई और रास्ता ही नहीं बचा था और उन्हें हमला करना पड़ा.
क्या कहा ईरान के राजदूत ने : UNSC में तैनात ईरान के राजदूत आमिर सईद इरवानी ने कहा ‘इस्लामिक गणराज्य ईरान ने आत्मरक्षा के अधिकार के तहत इस्राइल पर हमला किया, इस्राइल के दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हमले के बाद UNSC अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहा. ऐसे में तेहरान के पास कोई रास्ता ही नहीं बचा और उसे जवाब देना पड़ा.’ आगे कहते हैं कि ‘उनका देश नहीं चाहता कि संघर्ष बढ़े, लेकिन अगर कोई भी आक्रामक कार्रवाई हुई तो वह उसका जवाब देंगे.’
अमेरिका की बढ़ती कूटनीति : इस्राइल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच और युद्ध की आशंका को देखते हुए अमेरिका की तरफ से कूटनीतिक तेजी आई, आपको बताते चले युद्ध आगे न बढे इसको लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जी-7 नेताओं के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर बात की हैं, जो बाइडन ने खुद इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू व जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला के साथ अलग-अलग टेलीफोन पर बात कर स्थिति को सँभालने की कोशिश की हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री की बात : इन बातो के दौर के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी स्थिति को आगे बढ़ने से रोकने के लिए रविवार को तुर्की, जॉर्डन, सऊदी अरब, और मिस्र के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की हैं.