त्रिपुरा के मूल लोगो के इतिहास, भूमि, राजनीतिक अधिकारों आर्थिक विकास, पहचान, संस्कृत और भाषा से सम्बंधित सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने की सहमति व्यक्त की गयी

त्रिपुरा : शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री की मौजूदगी में, त्रिपुरा समझौता हुआ, जिसमें शामिल पक्ष केंद्र, राज्य सरकार और टिपरा मोथा के बीच यह समझौता हुआ, समझौते के साथ मंत्री ने कहा त्रिपुरा के लोगो को अब अपने अधिकारों के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा.
आपको यह बताते चले समझौता नई दिल्ली के नार्थ ब्लाक में आयोजित एक कार्यक्रम में हुआ, जानकारी के लिए बताते चले टिपरा मोथा के प्रमुख प्रद्योत देबबर्मा राज्य के मूल निवासियों की समस्याओ को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे, जिसे लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मे समझौते पर सहमत हुए.
क्या है समझौते में : त्रिपुरा के मूल लोगो के इतिहास, भूमि, राजनीतिक अधिकारों आर्थिक विकास, पहचान, संस्कृत और भाषा से सम्बंधित सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने की सहमति व्यक्त की गयी, इसके अलावा स्थानीय लोगो की समस्याओ के समाधान के लिए त्रिपक्षीय बात में तय होने वाले प्रावधानो को लागू करने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह का गठन पर सहमति बनी है.