कोर्ट के अलावा भी ऐसे कई प्लेटफार्म हैं जहाँ इस डिग्री का फ़ायदा उठाया जा सकता है.
LAW DEGREE HOLDER: वकालत करने वाले अभ्यर्थियों का करियर सिर्फ सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, तहसील तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि इसकी डिग्री होल्डर के पास कई तरह के ऑप्शन खुल जाते है, आपको बता दे कोर्ट के अलावा भी ऐसे कई प्लेटफार्म हैं जहाँ इस डिग्री का फ़ायदा उठाया जा सकता है.
1- LITIGATION ADVOCATE : यह एडवोकेट सिविल कानून या आपराधिक कानून में विशेषज्ञता का चयन कर सकते हैं. सिविल मुकदमे में व्यक्तियों, संगठनों या सरकारी संस्थाओं के बीच विवाद शामिल होते हैं, जबकि आपराधिक मुकदमे राज्य के खिलाफ अपराधों से संबंधित होते हैं. इसमें एक्सपर्टस हो सकते है, जो केवल क्रिमिनल केस देखते हैं या सिविल केस में दिलचस्पी दिखाते है. यह चयन अपनी कला के हिसाब से आपको ही करना होता है.
2- LEGAL CONSULTANT : अभ्यर्थी के पास कानूनी सलाहकार का भी रास्ता खुल जाता है. यह किसी संगठन या कंपनी में लीगल सलाहकार की भूमिका निभाते है. इसमें कई तरह की व्यक्तिगत सलाह भी शामिल होती है. एक अच्छी सालाहकारी निभाने वाले एडवोकेट को एक अच्छी कंपनी लाखों की सैलरी पर अपॉइंट करती है.
3- LEGAL RESEARCHER : आप लीगल शोधकर्ता के रूप में भी करियर बना सकते हैं. ऐसे वकील कानूनी मामलों या नीति निर्माण के लिए किसी भी मुद्दें पर शोध या रिसर्च करते हैं. जिसमे क़ानून, केस कानून, विनियम और कानूनी टिप्पणियों की जांच भी करना पड़ता है.
4- ALTERNATIVE DISPUTE RESOLUTION : वकालत कर चुके युवा एडीआर स्पेशलिस्ट के रूप में भी करियर बना सकते हैं, इसमें वकील मध्यस्थता के रूप में काम करते हैं यानी पक्षों के बीच मेल मिलाप या किसी प्रकार का हल निकालते है. विशेषज्ञों के पास तेज सुनने की क्षमता, प्रभावी संचार, बातचीत और समस्या-समाधान सहित मजबूत संघर्ष-समाधान स्किल होना चाहिए. इसमें भी एक एडवोकेट को अच्छी सैलरी दी जाती है.
5- CORPORATE LAWYER : इसके अलावा कई छात्रों के पास कॉर्पोरेट लॉयर बनने का ऑप्शन भी खुल जाता हैं, इसमें कंपनी से रिलेटेड केस को देखना होता है या कोई कंपनी आपको किसी पैकेज के तहत अपॉइंट कर सकती हैं केवल उस कंपनी के लीगल मैटर्स देखने के लिए.