कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया, तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने चुनावीं मैदान में.

AJAY RAI: शनिवार को कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया हैं, आपको बताते चले वह लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने चुनाव मैदान में होंगे. वह 2014 और 2019 में भी चुनाव लड़ चुके हैं, दोनों चुनाव में वह तीसरे नंबर पर थे.
कौन हैं अजय राय : 7 अक्टूबर 1969 को वाराणसी में जन्मे, अजय राय के करियर की शुरुआत बीजेपी की छात्र शाखा ABVP से शुरू हुई थी. अजय राय ने बीजेपी से 1996 में पहली बार कोलासला सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्होंने 9 बार के CPI विधायक उदल को को हराया था. यही से अजय राय एक चर्चा का विषय बन गए थे, इसके बाद उन्होंने 2002 और 2007 के लोकसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के अवधेश सिंह को भी हराया था.
2009 में छोड़ी बीजेपी : आपको बताते चले अब अजय राय राजनीति में सक्रिय हो चुके थे, 2009 में पार्टी ने उन्हें वाराणसी से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया, जिस कारण उन्होंने बीजेपी छोड़ी दी. अगली पारी वह सपा में शामिल हो कर शुरू करते हैं. सपा के टिकट पर वाराणसी से मुरली मनोहर जोशी के सामने खड़े हुए अजय राय को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.
2012 में पहुँचे कांग्रेस : 2012 में अजय राय की राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस से हुई. इस साल वह पिंडरा से विधानसभा चुनाव जीते थे. इस चुनाव में उनके सामने खड़े समाजवादी पार्टी के अखिलेश मिश्रा, जिनको राय ने 27,883 वोटों से हराया था.
वाराणसी से तीसरी बार पीएम मोदी के सामने : अजय राय वाराणसी से तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देगे, इससे पहले वह 2014 और 2019 में भी चुनाव लड़ चुके हैं, दोनों चुनाव में वह तीसरे नंबर पर थे.