जनवरी 2024 में स्विस राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड ने घोषणा की थी कि उनका देश रूस-यूक्रेन युद्ध के शांति फॉर्मूले पर एक वैश्विक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
RUSSIA VS UKRAIN: रुस और यूक्रेन का युद्ध काफी समय से चल रहा हैं, इसको रोकने के लिए अंतराष्ट्रीय संस्थाएं पूरी तरह से नाकामयाब नज़र आ रही हैं, इस युद्ध ने दोनों पक्षों के हजारों लोगों की जान ले ली है और बहुत से लोगो को अपने घर छोड़ने पड़े हैं, यह जंग ख़त्म होने पर सभी की निगाहेँ टिकी हुई हैं, जंग कब खत्म होगी, यह अब दुनियाभर की चिंता बन चुकी है, इस युद्ध को खत्म करने के मकसद से यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत को औपचारिक शांति शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है. आपको बताते चले जनवरी 2024 में स्विस सरकार ने घोषणा की थी कि उनका देश रूस-यूक्रेन युद्ध के शांति फॉर्मूले पर एक वैश्विक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
स्विस सरकार की घोषणा : काफी समय से चल रहे इस युद्ध को खत्म करने के लिए जनवरी 2024 में स्विस राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड ने घोषणा की थी कि उनका देश रूस-यूक्रेन युद्ध के शांति फॉर्मूले पर एक वैश्विक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
क्या हुआ था इण्डोनेशिया में : आपको बताते चले 2022 में इंडोनेशिया में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की ने अपना 10 सूत्रीय शांति प्रस्ताव रखा था. प्रस्तुत योजना का अंतिम चरण शांति समझौते पर हस्ताक्षर करना था, इस प्रस्ताव में परमाणु सुरक्षा और खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा जैसे मुद्दें हैं.
स्विस वार्ता कैसे होंगी : आपको बताते चले स्विस वार्ता दर्जनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच विभिन्न स्थानों पर हुई बैठकों की एक श्रृंखला पर आधारित होगी. अगर जेलेस्की के दिए बयान पर नज़र डाले तो स्विट्जरलैंड में होने वाले पहले शांति शिखर सम्मेलन में रूस को आमंत्रित नहीं किया जाएगा. जबकि चीन और स्विट्जरलैंड इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यूक्रेन में युद्ध को पूरी तरह से समाप्त करने के उद्देश्य से वार्ता में रूस को आमंत्रित किया जाए.