अमेरिकी सरकार के अलग-अलग विभागों को चलाने के लिए भारी मात्रा में फंड की जरूरत होती है. जैसे की फंड की ज़रूरत के कारण इसके लिए संसद (कांग्रेस) से बजट या फंडिंग बिल पारित कराना जरूरी होता है.

USA : आजकल कई समाचार चैनल पर शटडाउन शब्द बहुत तेज़ी से वायरल हो रहा हैं जानकारी के लिए बता दे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है जिसके साथ यह पूरे अमेरिका के लिए एक बड़ा नुकसान होने की संभावना जतायी जा रही हैं. ट्रंप की पार्टी को सीनेट में अस्थायी फंडिंग बिल पास कराने के लिए कम से कम 60 वोटों की जरूरत थी, लेकिन सिर्फ 55 वोट ही जुट पाए और प्रस्ताव गिर गया है जो ट्रंप के लिए असहज स्थिति है यानी अब इसका सीधा मतलब यह हो गया कि ट्रंप प्रशासन के पास अब जरूरी फंडिंग नहीं होगी और संघीय कामकाज रुक सकते हैं.
क्या होता हैं शटडाउन : अमेरिकी कानून के तहत जब तक बजट या अस्थायी फंडिंग बिल पास नहीं होता, तब तक ‘गैर-जरूरी’ सरकारी विभागों और सेवाओं को बंद करना पड़ता है. इस स्थिति को ही शटडाउन कहा जाता है. इस तरह का शटडाउन अमेरिका में इसलिए होता हैं क्यूंकि जब वार्षिक व्यय विधेयकों पर सहमत नहीं हो पाती है. अमेरिकी सरकार के अलग-अलग विभागों को चलाने के लिए भारी मात्रा में फंड की जरूरत होती है. जैसे की फंड की ज़रूरत के कारण इसके लिए संसद (कांग्रेस) से बजट या फंडिंग बिल पारित कराना जरूरी होता है और ज़ब राजनीतिक मतभेद या गतिरोध की वजह से फंडिंग बिल पारित नहीं हो पाता, तो सरकार के पास कानूनी रूप से खर्च करने के लिए फंड नहीं बचता. ऐसी स्थिति में अमेरिकी सरकार को अपनी गैर-जरूरी सेवाएं बंद करनी पड़ती हैं, जिसे सरकारी शटडाउन कहा जाता है. लेकिन ऐसा माना जाता हैं इसका सीधा प्रभाव वहां के रोज़गार पर पड़ता हैं.
रोज़गार पर पड़ सकता हैं प्रभाव : जैसा की सभी को मालूम हैं ज़ब बजट नहीं तो देने के लिए सैलरी नहीं और इस कारण कई सरकारी एजेंसियों को बंद कर दिया गया है. ऐसा भी माना जा रहा हैं बहुत से और कर्मचारी छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं. जानकारी के अनुसार यह भी पता चला हैं कि प्रशासन ने एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वे सांसदों के बीच समझौता होने तक कर्मचारियों का वेतन रोके रखने की सामान्य प्रथा के बजाय उन्हें नौकरी से निकालने पर विचार करें.