नेपाल की केपी ओली सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, वाट्सएप, रेडिट और एक्स जैसे 26 सोशल मीडिया एप पर बैन लगा दिया था. नेपाल सरकार की ओर से इस तरह का कदम उठाए जाने के बाद लोग भड़क गए हैं. नेपाल में सरकार के इस कदम का विरोध पत्रकारों, वकीलों अन्य संगठनों ने भी किया है.

NEPAL PM SHUSHILA KARKI: नेपाल में लगातार विरोध प्रदर्शन के बाद सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला अंतरिम पीएम बन गई हैं. उन्हें राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने शुक्रवार रात राष्ट्रपति भवन शीतल निवास में शपथ दिलाई. हालांकि वहां पर अभी स्थिति को काबू में लाने के लिए नियुक्त किया गया है और कोई भी मंत्री नहीं बनाया गया है.
क्या कहा राष्ट्रपति ने : राष्ट्रपति ने ऐलान किया है कि अगले छह महीनों के भीतर संसद का नया चुनाव कराया जाएगा. फिलहाल सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस भी रह चुकीं हैं. उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है.
क्यों प्रदर्शन : नेपाल में प्रदर्शन सोशल मीडिया पर बैन, भ्रष्टाचार और आर्थिक मंदी के खिलाफ है. आपको बता दें नेपाल सरकार की ओर से फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप और यूट्यूब जैसे 26 सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रतिबंध लगाने से युवा भड़क गए और इन युवाओं ने 8 सितंबर से Gen-Z रिवोल्यूशन के नाम से प्रदर्शन शुरू किया है. नेपाल की केपी ओली सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, वाट्सएप, रेडिट और एक्स जैसे 26 सोशल मीडिया एप पर बैन लगा दिया था. नेपाल सरकार की ओर से इस तरह का कदम उठाए जाने के बाद लोग भड़क गए हैं. नेपाल में सरकार के इस कदम का विरोध पत्रकारों, वकीलों अन्य संगठनों ने भी किया है.
कौन हैं सुशीला कार्की : 1978 में नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद, 1979 में उन्होंने विराटनगर में अपनी वकालत शुरू की. इसके बाद वो वरिष्ठ अधिवक्ता बनीं. उनकी छवि एक सुधारवादी इंसान की बनी. 2012 में, उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों में एक मंत्री को जेल भेज दिया. इस तरह जय प्रकाश गुप्ता नेपाल में भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाले पहले मंत्री बन गए. 2016 के अप्रैल महीने में उनको सुप्रीम कोर्ट का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाया गया. और फिर उसी साल वो नेपाली सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस बनीं.