छुट्टियों के दौरान वरिष्ठ वकील की उपस्थिति पर सवाल उठाया और कोर्ट ने कहा कि अवकाश कालीन पीठों का उद्देश्य अधिवक्ता ऑन-रिकॉर्ड (AOR) और जूनियर वकीलों को अदालत में प्रस्तुत होने का अवसर देना है.

SUPREME COURT : सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर वरिष्ठ वकीलों को लेकर अहम टिप्पणी की सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को फिर एक बार यह स्पष्ट किया कि अदालत की गर्मी की छुट्टियों के दौरान वरिष्ठ वकीलों को मामलों की बहस से बचना चाहिए ताकि बार के युवा सदस्यों को सीखने और प्रस्तुत करने का अवसर मिल सके.
वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी कर रहे थे बहस : सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी तब की ज़ब वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी याचिकाकर्ता की ओर से अंतरिम ज़मानत की मांग को लेकर कोर्ट के समक्ष पेश हुए.
वरिष्ठ वकीलों की उपस्थिती पर सवाल : न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान वरिष्ठ वकील की उपस्थिति पर सवाल उठाया और कोर्ट ने कहा कि अवकाश कालीन पीठों का उद्देश्य अधिवक्ता ऑन-रिकॉर्ड (AOR) और जूनियर वकीलों को अदालत में प्रस्तुत होने का अवसर देना है.
हालांकि जिस मामले पर मुकुल रोहतगी बहस कर रहे थे वह पेटिशन को वापस लेने की अनुमति मांगी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया.
हालांकि की छुट्टियों में वरिष्ठ वकीलों की उपस्थिति पर यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट की पहली बार नहीं हैं. इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट इस तरह की टिप्पणी कर चुकी हैं.