चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने राजस्थान, बीकानेर में हमारा संविधान-हमारा सम्मान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, उन्होंने कहा कि जब हम संविधान को देखते हैं

CJI: चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने राजस्थान, बीकानेर में हमारा संविधान-हमारा सम्मान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, उन्होंने कहा कि जब हम संविधान को देखते हैं, तो पता चलता है कि संविधान का निर्माण विभिन्न वर्ग, समूह एवं नागरिकों के हितों को ध्यान में रख कर किया गया है.
भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा : यह कहना गलत है कि भारत का संविधान कुछ बड़े वकीलों ने ही बनाया, ऐसा नहीं है कि संविधान बनाने में जनमानस का सहयोग नहीं था, उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय संविधान बनाने में कई सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों का योगदान था.
आगे उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां अंग्रेजों के खिलाफ भारत में एक राजनीतिक आंदोलन चल रहा था, वहीं दूसरी तरफ भारत में व्याप्त सामाजिक असामनता को दूर करने के लिए एक सामाजिक आंदोलन भी चल रहा था. इन दोनों आंदोलनों का नतीजा था कि भारतीय संविधान में कई ऐसे प्रावधानों को जगह मिली, जिसकी वजह से देश की दिशा बदल गयी.